Que - सायनाइड जहर से तत्काल मौत क्यों हो जाती है ?
Ans - दोस्तो आप लोगो ने सायनाइड जहर के बारे मे सुना होगा कि यह कितना खतरनाक जहर है । यह कितना खतरनाक है आप इस बात का अन्दाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि सायनाइड जहर इतना तीव्र होता है कि आज तक कोई भी इंसान इसका स्वाद नही बता पाया है ।
सायनाइड जहर , गैस और लवण के रूप मे पाया जाता है। यह एक सफेद पाउडर की तरह होता है तथा बादाम की तरह कड़वी गंध होती है । अब बात करते हैं कि सायनाइड जहर से इतनी जल्दी मौत क्यों हो जाती है ?
जैविक क्रियाओं को चलने के लिए आवश्यक ऊर्जा की जरूरत पड़ती है । यह ऊर्जा भोजन के अणुओं जैसे ग्लूकोज के दहन ऑक्सीकरण से मिलती है । ऑक्सीकरण यानी भोजन के अणुओं से इलेक्ट्रॉनों का निकल जाना और पानी के निर्माण के लिए ऑक्सीजन द्वारा उनका ग्रहण । इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण की इस प्रक्रिया मे सिटोफ्रोम आक्सीडेम एंजाइम सहायता करता है। इस एंजाइम में एक हेम ग्रुप होता है, जिसके केंद्र पर लोहे का आयन रहता है। यह आयन भोजन के अणुओं से इलेक्ट्रॉनो को हटाकर और आक्सीजन अणुओं को उनका दान करके दो स्थितियो के बीच घूमता रहता है । इन दोनों स्थितियों में सायनाइड आयन की लौह आयन के प्रति आकर्षण शक्ति रहती है। इसलिए सायनाइड आयन प्रबल रुप से लौह आयनों मे बद्ध हो जाते है , जब यह क्रिया पूरी हो जाती है तो एंजाइम निष्क्रिय हो जाता है जिससे आक्सीकरण रूक जाता है और परिणामस्वरूप ऊर्जा की आपूर्ति न होने के कारण सारी क्रियाए रुक जाती हैं , और मनुष्य की मृत्यु हो जाती है।
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